Jainism is an ancient religion of India that prescribes a path of non-violence towards all living beings. Its philosophy and practice emphasize the necessity of self-effort to move the soul towards divine consciousness and liberation. Any soul that has conquered its own inner enemies and achieved the state of supreme being is called Jina (Conqueror or Victor). Jainism is also referred to as Shraman (self-reliant) Dharma or the religion of Nirgantha (who does not have attachments and aversions) by ancient texts.
तेरापंथ युवक परिषद् दिल्ली के सत्र 2025-26 का शपथ ग्रहण समारोह दिनांक 8 जुलाई 2025 को जैन संस्कार विधि द्वारा, बहुश्रुभुत मुनि श्री उदितकुमार जी एवं मुनिश्री अभिजित कुमारजी के पावन सान्निध्य में भव्य रूप से हुआ। निवर्तमान अध्यक्ष श्री राकेश बेंगाणी द्वारा सर्वप्रथम नव निर्वाचित अध्यक्ष श्री पवन श्यामसुखा को शपथ दिलाई। तत्पश्चात श्री पवन श्यामसुखा द्वारा अपने प्रबंध मंडल व कार्यकारिणी की घोषणा की गई तथा उन्हें शपथ दिलाई। परिषद् के नव-निर्वाचित पदाधिकारियों एवं कार्यकारिणी सदस्यों ने संगठन, समाज एवं धर्म के प्रति अपनी पूर्ण निष्ठा और सेवा भावना से कार्य करने की शपथ ली।कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं की अच्छी उपस्थिति रही, जिन्होंने उत्साह और समर्पण के साथ इस कार्यक्रम में भाग लिया।
इस अवसर पर विभिन्न सभा-संस्थाओं के पदाधिकारीगण, समाज के विशिष्ट जन व आवक-आविका परिवार बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। सभी ने नव-निर्वाचित पदाधिकारियों को बधाई एवं शुभकामनाएँ दी और संगठन की निरंतर प्रगति हेतु सहयोग का आश्वासन दिया।बहुश्रुत मुनिश्री उदितकुमार जी ने अपने मंगल प्रवचन में संगठन की एकतो, अनुशासन, सेवा एवं युवा शक्ति के महत्व पर प्रकाश डालते हुए सभी कार्यकर्ताओं को समाज हित में सक्रिय रहने की प्रेरणा दी।इस अवसर पर नव-निर्वाचित अध्यक्ष श्री पवन श्यामसुखा एवं पदाधिकारियों ने समाज सेवा, रचनात्मक गतिविधियों और युवाओं के सर्वांगीण विकास हेतु अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की।शपथ ग्रहण समारोह आत्मीयता, अनुशासन और संगठनात्मक ऊर्जा का अनुपम संगम सिद्ध हुआ। यह आयोजन परिषद् के उज्ज्वल भविष्य और समाज सेवा के लिए नये संकल्पों की प्रेरणा लेकर आया।
जैन धर्मसंघ की परंपरा के अंतर्गत साधु–साध्वियों का चातुर्मासिक प्रवेश समाज में धर्म, अनुशासन और मूल्यों को चेतना जगाने वाला महत्वपूर्ण अवसर होता है। इस वर्ष भी साधु–साध्वियों के चातुर्मासिक प्रवेश पर समाज ने अत्यंत हर्षोल्लास एवं श्रद्धा के साथ स्वागत किया।प्रवेश अवसर पर भव्य शोभायात्रा निकाली गई, मंगलाचरण, धार्मिक गीतों एवं जयकारों से वातावरण गुंजायमान हो उठा। परिषद के सदस्यों ने मिलकर साधु–संतों के मंगल आगमन को सफल एवं ऐतिहासिक बनाने में सक्रिय भूमिका निभाई।परम श्रद्धेय आचार्य श्री महाश्रमण जी ने इस वर्ष दिल्ली के सात (7) क्षेत्रों में चारित्रात्माओं का चातुर्मास प्रदान कर दिल्लीवासियों पर महती कृपा की।
दिल्ली में विराजित सभी चारित्रात्माओं की सूची निम्नलिखित है :
‘बहुश्रुत’ मुनिश्री जितेंद्रकुमार जी – गण-3 ओमावल भवन, विवेक विहार, फेज-2, दिल्ली-110095
मुनिश्री अमितकुमार जी – गण-2 अप्लेक्स भवन, 210, दीनदयाल उपाध्याय मार्ग, नई दिल्ली-2
‘शासनश्री’ संघमित्राजी – गण-5 गोयल आश्रम निवास, सी-14, ग्रीन पार्क मेन, नई दिल्ली-16
‘शासनश्री’ साध्वीश्री सुबुद्धा जी – गण-4 तेरापंथ भवन, ए-875, शास्त्री नगर, दिल्ली-110052
‘शासनश्री’ साध्वीश्री शिवप्रभा जी – गण-5 तेरापंथ भवन, के-13, मॉडल टाउन-2, दिल्ली-110009
साध्वीश्री डॉ. कृतज्ञरेखा जी – गण-3 अध्यात्म साधना केंद्र, अनुकम्पा भवन, छतरपुर, दिल्ली-74
साध्वीश्री लक्ष्मीप्रभा जी – गण-3 तेरापंथ भवन, सेक्टर-5, रोहिणी, दिल्ली-110085
साध्वीश्री रत्नप्रभाजी, साध्वीश्री परिशुद्धप्रभाजी (स्वास्थ्य लाभ हेतु) अध्यात्म साधना केंद्र, गोल भवन, छतरपुर, दिल्ली-74
“स्वस्थ तन, प्रखर मन – यही है फिट युवा की पहचान”
इसी को आधार मानते हुए युवा मामले एवं खेल मंत्रालय द्वारा युवाओं के स्वास्थ्य जागरण हेतु ‘फिट युवा – हिट युवा’ अभियान को संचालित किया गया। इसमें अन्तर्गत युवाओं को योगाभ्यास, ध्यान तथा संतुलित दिनचर्या अपनाने के लिए प्रेरित किया गया।
इस कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न स्थानों पर इस कार्यक्रम का सफल आयोजन हो चुका है।
21 जून 2025 – लाजपत नगर, दक्षिण दिल्ली 22 जून 2025 – मानसरोवर गार्डन
27 जुलाई 2025 – सूर्य नगर, गाजियाबाद 29 अगस्त 2025 – साधना केन्द्र, महरौली
07 सितम्बर 2025 – नेहरूधाम भवन, रोहिणी
इन आयोजनों ने युवाओं को शारीरिक एवं मानसिक रूप से सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
तेरापंथ धर्मसंघ की परंपरा में मंत्र दीक्षा का विशेष महत्व है। इसी क्रम में दिनांक 13 जुलाई 2025 को दिल्ली में आचार्यप्रवर निर्देशित मंत्र दीक्षा कार्यक्रम का आयोजन 4 चातुर्मासिक क्षेत्रों में किया गया।इस अवसर पर कुल 53 बालकों एवं बालिकाओं ने मंत्र दीक्षा ग्रहण कर धार्मिक जीवन की ओर प्रथम कदम बढ़ाया।
कार्यक्रम के दौरान बच्चों को मंत्रों के उच्चारण, उनके महत्व तथा जीवन में उनके प्रयोग की विस्तृत जानकारी दी गई।दीक्षा ग्रहण करने वाले सभी बच्चों का समाज के गणमान्यजनों एवं अभिभावकों ने अभिनंदन किया और उनके उज्ज्वल भविष्य की मंगलकामनाएँ व्यक्त की।यह आयोजन केवल बच्चों के लिए आध्यात्मिक जागरण का आधार बना, बल्कि अभिभावकों एवं समाज के लिए भी धार्मिक वातावरण को प्रखर करने वाला रहा।
तेरापंथ युवक परिषद दिल्ली द्वारा तेरापंथ टास्क फोर्स (TTF) – मिशन एम्पावरमेंट के अंतर्गत मात्र 3 दिनों में 4 कार्यशालाओं का सफल आयोजन किया गया। इन कार्यशालाओं का लाभ दिल्ली के 500 से अधिक छात्र-छात्राओं एवं समाज के श्रावक-श्राविकाओं ने प्राप्त किया।
इन कार्यशालाओं का संचालन आचार्यप्रवर के प्रेरणास्रोत TTF प्रशिक्षक श्री भव्य बोहरा एवं श्री लोकेंद्र जैन ने किया। उनके समर्पण, कर्मठता एवं सेवाभाव से यह कार्यशालाएँ सफलतापूर्वक संपन्न हो सकीं।
तेरापंथ टास्क फोर्स (TTF) के प्रमुख लाभ :
युवाओं एवं समाजजनों में अनुशासन, नेतृत्व क्षमता एवं आत्म-विश्वास का विकास।
टीमवर्क, समय प्रबंधन एवं संगठनात्मक कौशल को बढ़ावा।
समाज में सेवा भावना, सहयोग एवं एकजुटता की भावना का सुदृढ़ीकरण।
प्रतिभागियों में नैतिक मूल्यों एवं सकारात्मक सोच का विस्तार।
युवाओं का समाज एवं राष्ट्र निर्माण में सक्रिय योगदान हेतु प्रेरणा।
आपातकालीन परिस्थितियाँ जैसे भूकंप, बाढ़, आगजनी अथवा अन्य प्राकृतिक आपदाओं में त्वरित सहायता एवं राहत कार्यों के लिए प्रशिक्षित होना।
प्राथमिक चिकित्सा, बचाव एवं राहत कार्यों की जानकारी से आपदा प्रबंधन में सहयोग।
प्रभारी श्री चैनल मुनीराज एवं सभी साथियों के अथक परिश्रम, सुनियोजित प्रयास एवं सतत सहयोग से इन कार्यशालाओं को उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।